माँ दुर्गा को नारायणी

माँ दुर्गा को नारायणी कहा जाने का एक गहरा आध्यात्मिक अर्थ है, जो उनकी दिव्यता और पराक्रम को दर्शाता है। आइये आज के पोस्ट में इसके पीछे के रहस्य को समझते हैं –

माँ दुर्गा का दिव्य संबंध और पौराणिक महत्त्व

माँ दुर्गा को नारायणी

माँ दुर्गा को हिंदू धर्म में ‘नारायणी’ के नाम से पुकारा जाता है, जो उनके दिव्य और गहरे संबंध को दर्शाता है। इस नाम के पीछे एक पौराणिक कथा है, जिसके अनुसार, माँ दुर्गा को नारायण, यानी भगवान विष्णु की बहन के रूप में जाना जाता है। इस विशेष संबंध का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है, जब अर्जुन ने कुरुक्षेत्र युद्ध से पहले माँ दुर्गा की पूजा की थी।

उस समय, अर्जुन ने माँ दुर्गा को श्री कृष्ण, जो साक्षात नारायण के अवतार माने जाते हैं, की बहन के रूप में संबोधित किया था। यह तथ्य हमें माँ दुर्गा के विविध रूपों की ओर ले जाता है। माँ दुर्गा को स्कंदमाता और शिवजी की पटरानी, यानी रानी के रूप में भी पहचाना जाता है। स्कंदमाता, जो पार्वती जी का ही एक रूप हैं, और पार्वती जी, जो शिवजी की रानी हैं, इससे स्पष्ट होता है कि माँ दुर्गा और पार्वती जी, एक ही दिव्य शक्ति के विभिन्न रूप हैं।

माँ दुर्गा की दिव्य भूमिका और उनकी शक्ति का प्रतीक

माँ दुर्गा को नारायणी

पौराणिक ग्रंथों में भगवान विष्णु को अनेक बार माँ पार्वती का भाई के रूप में संबोधित किया गया है। इस प्रकार, जब हम माँ दुर्गा को नारायणी कहते हैं, तो हम उन्हें नारायण की बहन के रूप में संबोधित कर रहे होते हैं। यह नाम उनकी दिव्यता, शक्ति और सृष्टि के प्रति उनकी भूमिका का भी प्रतीक है।

माँ दुर्गा का ‘नारायणी’ के रूप में संबोधन, हिंदू धर्म में उनके उच्च स्थान और दिव्यता को दर्शाता है। उनकी इस दिव्यता और शक्ति के चलते, भक्तगण उन्हें इस नाम से पुकार कर उनकी आराधना करते हैं। यह नाम उनकी महानता का एक स्मरण है, जो उन्हें सृष्टि की पालनकर्ता और शक्ति की अद्वितीय देवी के रूप में स्थापित करता है।

असुरों का संहार और धर्म की रक्षा

माँ दुर्गा को नारायणी

पुराणों में उल्लेख है कि माँ दुर्गा ने नारायणी रूप धारण करके असुरों का संहार किया था। इस रूप में उन्होंने अद्भुत शक्ति और बल प्रदर्शित किया, जो उन्हें सृष्टि की रक्षा करने वाली दिव्य शक्ति के रूप में स्थापित करता है। ‘नारायणी’ नाम उनके उस रूप का प्रतीक है जो दुष्टता का नाश करता है और धर्म की रक्षा करता है।

इसके अलावा, ‘नारायणी’ नाम का उपयोग उनके उस सर्वोच्च रूप के लिए भी किया जाता है जिसमें वे ब्रह्मांड की सृष्टि, पालन और संहार करने वाली शक्ति के रूप में विराजमान हैं। माँ दुर्गा को ‘नारायणी’ कहना उनकी अपार शक्ति और दिव्यता का सम्मान करने का एक तरीका है। देवी महात्म्य में भी माँ दुर्गा को ‘नारायणी’ कहकर संबोधित किया गया है, जिसमें उनके विभिन्न अवतारों और उनके द्वारा किए गए अद्भुत कर्मों का वर्णन है। यह नाम न केवल उनके सार्वभौमिक स्वरूप को दर्शाता है, बल्कि उनके द्वारा संसार के कल्याण के लिए किए गए कार्यों को भी प्रतिबिंबित करता है।

 

माँ दुर्गा से संबंधित प्रश्नोत्तरी

माँ दुर्गा कौन हैं?
उत्तर: माँ दुर्गा हिंदू धर्म में शक्ति की देवी हैं, जो असुरों का नाश करने और धर्म की रक्षा करने के लिए जानी जाती हैं।

माँ दुर्गा का प्रमुख त्योहार कौन सा है?
उत्तर: नवरात्रि माँ दुर्गा का प्रमुख त्योहार है, जिसमें उनकी उपासना की जाती है।

माँ दुर्गा को कौन-कौन से रूपों में पूजा जाता है?
उत्तर: माँ दुर्गा को काली, पार्वती, गौरी, चंडी जैसे विभिन्न रूपों में पूजा जाता है।

माँ दुर्गा का वाहन क्या है?
उत्तर: माँ दुर्गा का वाहन सिंह है।

माँ दुर्गा को ‘नारायणी’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: माँ दुर्गा को ‘नारायणी’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह भगवान नारायण यानि विष्णु की बहन मानी जाती हैं।

माँ दुर्गा की उपासना किस प्रकार की जाती है?
उत्तर: माँ दुर्गा की उपासना अक्सर व्रत, पूजा-अर्चना, जप, ध्यान और मंत्रोच्चारण के द्वारा की जाती है।

माँ दुर्गा का मुख्य मंत्र क्या है?
उत्तर: “ॐ दुम दुर्गायै नमः” माँ दुर्गा का मुख्य मंत्र है।

माँ दुर्गा के किस रूप को शक्ति का प्रतीक माना जाता है?
उत्तर: माँ काली को शक्ति का प्रतीक माना जाता है।

माँ दुर्गा के किस रूप की उपासना शांति के लिए की जाती है?
उत्तर: माँ गौरी की उपासना शांति और कल्याण के लिए की जाती है।

माँ दुर्गा का प्रसिद्ध मंदिर कौन सा है?
उत्तर: वैष्णो देवी मंदिर माँ दुर्गा का एक प्रसिद्ध मंदिर है।

माँ दुर्गा का विशेष आशीर्वाद किन लोगों को मिलता है?
उत्तर: उन भक्तों को माँ दुर्गा का विशेष आशीर्वाद मिलता है जो श्रद्धा और भक्ति के साथ उनकी उपासना करते हैं।

माँ दुर्गा के कितने हाथ हैं और वे किन अस्त्र-शस्त्रों को धारण करती हैं?
उत्तर: माँ दुर्गा अक्सर अष्टभुजा (आठ हाथों) के रूप में दर्शाई जाती हैं, जिनमें वे विभिन्न अस्त्र-शस्त्र धारण करती हैं।

माँ दुर्गा का उपासक कौन है?
उत्तर: माँ दुर्गा के उपासक में भगवान शिव प्रमुख हैं।

नवरात्रि में माँ दुर्गा के किन-किन रूपों की पूजा की जाती है?
उत्तर: नवरात्रि में माँ दुर्गा के शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री रूपों की पूजा की जाती है।

माँ दुर्गा को कौन सा पुष्प प्रिय है?
उत्तर: माँ दुर्गा को लाल रंग के जातक पुष्प विशेष रूप से प्रिय हैं।

 

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